ആജ് കാ ശബ്ദ് തല് മാറ്റോൾ ഗജനൻ മാധവ് മുക്തിബോധ് കവിത തേരേ രക്ത് മെൻ ഭി സത്യ കാ അവരോധ്

                
                                                                                 
                            'हिंदी हैं हम' शब्द श्रृंखला में आज का शब्द है- टाल-मटोल, जिसका अर्थ है- केवल टालने के लिए किया जाने वाला बहाना। प्रस्तुत है गजानन माधव मुक्तिबोध की कविता- तेरे रक्त में भी सत्य का अवरोध
                                                                                                
                                                     
                            

इतने प्राण, इतने हाथ, इनती बुद्धि
इतना ज्ञान, संस्कृति और अंतःशुद्धि
इतना दिव्य, इतना भव्य, इतनी शक्ति
यह सौंदर्य, वह वैचित्र्य, ईश्वर-भक्ति
इतने काव्य, इतने शब्द, इतने छंद –
जितना ढोंग, जितना भोग है निर्बंध
इतना गूढ़, इतना गाढ़, सुंदर-जाल –
केवल एक जलता सत्य देने टाल।

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2 മണിക്കൂർ മുമ്പ്

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